बस यूँ ही मजाक मजाक में ........।
चुनाव आया चुनाव आया ! देखो अपने संग क्या क्या लाया
बिन पेंदी के लूटा लाया , दाल बदलू कुछ नेता लाया
संग बरसाती मेघा* लाया- खींस निपोरे प्रत्याशी लाया
दलितों का फिर आव्हान होगा
गरीबों का फिर पहचान होगा
स्वर्णो का फिर वही हाल होगा
पिछडो को और पिछड़ा बताने का
शुरू फिर से नया अभियान होगा
फिर !!
आरक्षण का कड़वा लड्डू लाया,योजनाओं का बक्सा लाया
चुनाव आया चुनाव आया ! देखो अपने संग क्या क्या लाया
खुद की दुर्दशा पर जनता को,
खुद ही जिम्मेदार होना होगा
भेड़ियों से बचने के लिए
हिरन को खुद ही होशियार होना होगा !
न बंटें,हिन्दू - मुस्लिम पुनः इस बार,
ऐसा कोई फ़लसफ़ा तैयार करना होगा
फिर !!
गेरुआ,लाल,नीला ,हरा टोपी लाया,सपनो के गुब्बारे लाया
चुनाव आया चुनाव आया देखो अपने संग क्या क्या लाया
( *संग बरसाती मेघा= चुनाव के ठीक पहले उत्पन्न राजनितिक कार्यकर्त्ता )
--दिवाकरलाला
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