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  ·             तुलसीदास की जन्मस्थली कहाँ ? ·          अवधी का महत्तव और विशेषता ·          क्यों राम-चरितमानस सबसे लोकप्रिय राम ग्रन्थ है ? भारतीय इतिहास के कई तथ्यों को शाशकीय महत्वकांक्षा के अनुसार समय समय पर तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया , कुछ ऐसे ही तथ्य तुलसीदास जी और उनकी जन्मस्थली और हमारी मातृभाषा / बोली अवधी के साथ भी हुआ है , आइये समझते है ,   वैसे तो रामचरितमानस विश्व का सबसे बड़ा काव्यग्रंथ है , हालाँकि भारत में कई तरह के राम-ग्रन्थ हैं जैसे की कम्बन रामायण , बाल्मीकि -रामायण , उत्तर रामायण , और कई सारे अनेक संस्करण और न जाने कितनी कहानियां या फिर कहें "हरी अनंत हरी कथा अनंता" लकिन 500 वर्ष पूर्व लिखी गयी रामचरितमानस इनमे सबसे ज्यादा प्रसिद्द है , भारतीय व्यक्ति चाहे जिस भाषा का हो लेकिन राम कथा का वर्णन उसे रामचरितमानस की चौपाइयों से ही याद है , और मेरी / हमारी भाषा अवधी में लिखी रामचरितमानस की विशेषता यह है की राम पर लिखा गया यह एक मात्र ग्रन्थ हैं जिसमे श्री राम का चरित्र हैं लेकिन कथानक का हीरो एक "राम भक्त " हैं और अपने प्रभु की महिमा
" Sense of History- " कल का इतिहास आज का भविष्य" अधिकमास / मलमास मलमास  , हिन्दू धर्म का एक ऐसा महीना जब सभी शुभ धार्मिक कार्यों की मनाही होती है  , ये ऐसा समय होता है जब आने वाले त्योहारों की तिथि कुछ दिनों के लिए आगे बढ़ जाती है  , ध्यान दीजियेगा इस बार रक्षाबंधन ,  दीपावली ये    त्यौहार पिछले साल की अपेक्षा इस साल देर से मनाये जायेंगे भारतीय दर्शन में  “ समय ”  का बहुत महत्तव है  , भारतीय दर्शन में  "सूर्य सिद्धांत"  जैसे ग्रंथों ने सूर्य और पृथ्वी के चलायमान सम्बन्धो को सटीक अनुमान और वर्णन यूरोप के वैज्ञानिको से कई सौ साल पहले कर लिया था ,  इसी आधार पर भारतीय संस्कृत में दो तरह के वर्ष प्रचलित है "सौर वर्ष" और "चंद्र वर्ष" सौर वर्ष  - हिन्दू    Astrology  के अनुसार  12  राशियाँ होती है और सूर्य के एक राशि से दूरी राशि में जाना "संक्रांति" कहलाता है और इसे सौर मास कहते है - इस तरह एक वर्ष में  12  सौर मास होते है और    365.2422  दिन होते हैं चंद्र मास  -एक चन्द्रमास वो समय है जो एक पूर्ण चन्द्र से उसके अगले पूर्ण चन्द्र तक के बी
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   " Sense of History- " कल का इतिहास आज का भविष्य"   Episode 2 ND :1 857 की क्रांति में बहराइच बलरामपुर श्रावस्ती गोंडा के सपूतों का योगदान  ,   इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए , इस भाग में बात करते हैं एक और नायक की गोंडा के राजा देवी बक्श सिंह राजा   देवी बक्श सिंह एक विशाल व्यक्तित्व और मजबूत शरीर के धनी और अजनबाहु भी थे , कहते हैं बचपन में एक बार नवाब लखनऊ के दरबार में   एक बिगड़ैल घोड़े "सब्ज" को उन्होंने वश में कर लिया था तब से बेगम मलिका किश्वरजहाँ ने उन्हें अपने गोद में बिठाया और मात्र स्नेह दिया जिस वजह से उनका लगाव नवाब दरबार से हमेशा बना रहा और १८५७ की क्रांति के समय वो बेगम हज़रात महल के सहायक के तौर पर बहराइच , बलरामपुर , गोंडा में   संगठन मजबूत करने में अहम् भूमिका निभायी तथा प्रत्येक बैठक के मुख्य किरदार रहे कहा जाता है की अंग्रेजों ने देवी बक्स सिंह को रानी के साथ छोड़ने के बदले में उनका राज्य जब्त नहीं किया जायेगा ऐसा प्रलोभन दिया था , लेकिन उन्होंने कहा की शरीर रहते वो अपने माँ का साथ नहीं छोड़ेंगे अंततः 4 मार्च 1857 को राजा साहेब ने २२००० सैन
  Sense of History- " कल का इतिहास आज का भविष्य" Episode 1st :1 857 की क्रांति में बहराइच बलरामपुर श्रावस्ती गोंडा के सपूतों का योगदान  , भारतीय इतिहास में 1857 कि क्रांति का वही महत्तव है जो रूसी क्रांति या अमेरिका क्रांति का विश्व इतिहास में हालाँकि इस क्रांति का मूल क्षेत्र अवध ही रहा लेकिन दुर्भाग्यवश अवध या पूर्वांचल के लोग इस क्रांति में अपने पूर्वजो के योगदान से अनभिज्ञ है , या रहे हैं   विकास के इस दौर में गोंडा , बहराइच , बलरामपुर , श्रावस्ती हमेशा पिछड़े क्षेत्र रहे हैं शायद यही कारण है की इन स्थानों के इतिहास का उतना गौरवपूर्ण उल्लेख नहीं है जितना कि अन्य क्षेत्र के सेनानियों का हैं , क्योंकि पिछड़ों का इतिहास न लिखा जाता है न उनका कोई इतिहास होता है , खैर इस विषय को यही छोड़ कर हम बढ़ते है 1857   के क्रांति के बहराइच के एक नायक के इतिहास गाथा की तरफ जिनका स्थान मेरी नज़र में इस सन्दर्भ में प्रथम है राजा बलभद्र सिंह - चहलारी क्रांति के समय राजा साहेब की उम्र महज 18 वर्ष के लगभग थी लेकिन इसी उम्र में उनकी बहादुरी की सुगबुगाहट लखनऊ के नवाबों तक पहुंच रही थी , शा
  Superstition  Vs Ancient Hindu Ideology : EPISODE 3- "Theory of relativity of time: By Einstein: How it relates to ancient Hindu Science and customs – How the same is related to the story of Krishan as 'Ranchhod Das Maharaj'. Defining HINDUISM has never been easy for any philosopher or any learner / scholar. The term 'Hinduism' came much later into existence (around 4000 BC), while Hindu tradition and rituals had been following since much before, people came across from west of NWP defined all civilization across the east of river SINDHU as Hindu (laterally derived from word River SINDHU). While going through all the rituals I personally felt that our Hindu Ideology has been scientifically defining many things even much before the western world findings, going forward in this part lets discuss how TWIN PARADOX THEORY is related to Sri Krishna' advent ........ In the Twin paradox Theory ,given by one of the great modern scientists Mr. Einstein, A scenario has
 बस यूँ ही मजाक मजाक में ........।  चुनाव आया  चुनाव आया ! देखो अपने संग क्या क्या लाया  बिन पेंदी के लूटा लाया , दाल बदलू कुछ नेता लाया  संग बरसाती  मेघा* लाया- खींस निपोरे प्रत्याशी लाया  दलितों का फिर आव्हान होगा  गरीबों का फिर पहचान होगा  स्वर्णो का फिर वही हाल होगा    पिछडो को और पिछड़ा बताने का  शुरू फिर से नया अभियान होगा  फिर !! आरक्षण का कड़वा लड्डू लाया,योजनाओं का बक्सा लाया  चुनाव आया  चुनाव आया ! देखो अपने संग क्या क्या लाया  खुद की दुर्दशा पर जनता को,  खुद ही जिम्मेदार होना होगा  भेड़ियों से बचने के लिए हिरन को खुद ही होशियार होना होगा ! न बंटें,हिन्दू - मुस्लिम पुनः इस बार, ऐसा कोई फ़लसफ़ा तैयार करना होगा  फिर !! गेरुआ,लाल,नीला ,हरा टोपी लाया,सपनो के गुब्बारे लाया  चुनाव आया  चुनाव आया देखो अपने संग क्या क्या लाया  ( *संग बरसाती  मेघा= चुनाव के ठीक पहले उत्पन्न राजनितिक कार्यकर्त्ता ) --दिवाकरलाला
  Superstitions Vs Ancient Hindu Ideology  Episode 2:  "Child Marriage -A logical or illogical Scientific concepts in Hinduism" बाल  विवाह - तार्किक या अतार्किक वैज्ञानिक हिन्दू विचारधारा   Marriage is social custom which is having much more Importance in Hinduism as compared to any other religion in world, here it said, marriage is knot between two individual which remain throughout life and even in next birth, here is concept of Ardhangini ( अर्धांगिनी ) which show how a lady is having importance in her men’s life,   The scriptures accord to a wife the status of a queen. Hindu ancestors went even further – they blessed the bride by saying:   “murdhanam patyuraroha” - May your husband keep you on his head, This means, “may he respect you above all”.   There is another question in the Yaksha Prashna episode where this subject comes up:   kimsvid daivakrtaha sakha (Who is a man’s God-given friend?)   Yudhishtira’s answer was: bharya daivakrtaha sakha (A m